प्रीत की रीत लिखी थी दिल के कोरे कागज पर नाम तेरे मीत लिखी थी सांसों के लय पर चाहत की तेरे गीत लिखी थी ना दौलत ना गहने कभी ना मांगी बंगले गाड़ी हर खुशी के बदले मांग में तेरी प्रीत लिखी थी सांसों के लय पर चाहत की तेरे गीत लिखी थी तू भूल गया है अभी शायद पर याद तो आएगा ये तुझे कई बार हार कर मैंने तेरी जीत लिखी थी सांसों के लय पर चाहत की तेरे गीत लिखी थी ताउम्र तुझे हम चाहेंगे ताउम्र हम तुझे पूजेंगे तेरे पत्थर दिल पर ऐसी प्रीत की रीत लिखी थी सांसों के लय पर चाहत की तेरे गीत लिखी थी बीना राय गाजीपुर, उत्तर प्रदेश ©Beena #प्रीत की रीत लिखी थी