वो जो शहर की गलियों को पार करते हुए तुमने इधर उधर को देखकर मुझे आँख भरकर देखा और झुकाई नज़रें फिर से तुमने अजीब सी हरारत के साथ जैसे छुआ हो मुझे जैसे ढूंढ रही थी तुम एकांत वो एकांत जिसमें सिर्फ एक शख्स हो जो के तुमसे , सिर्फ तुमसे बात करे कुछ बेकरारी को जो निकाल लेना चाहती हो तो कहो क्या बात है भीड़ फ़क़त बहाना है, तुम और मैं सदा एकांत में होते हैं कुछ तुम , कुछ मैं और पूरे हम...... #valentinesday #valentinevibes #yqhindi #yqbaba #नज़्म #