खिलने की शक्ति, मन के ये रंग, लिखने से प्रकृति, भाव का बहाव, जड़ का बादल, गंगा की धारा, धरती पर जीवन, कोयल की धुन कोयले के खनक, बन्दरगाहों पे लोग वक़्त का झरना, बारिश की ठंडक लम्हों के लोहों के मोती से फूल, भंवरों और तितलियों गलियाँ । लम्हों की पंखुड़ियाँ #लम्होंकीपंखुड़ियाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi