सवाल पर सवाल शुरू हुए थे, जैसे बारिश हो गयी आफत सी। क्यों खिलाफ सी हो गयी थी दुनिया, यूँ तो कोई गुनाह नहीं था उसका। पर था तो वो एक भरोसा अपनों पर, जो खुद पूछताछ के लिए कतार में थे। हाँ गुनाह था तो ये के उसने मान लिया, वो तंग गली, अनजान शहर उसका साथी है। हाँ शायद सोच से थोड़ी सी नादान रह गयी, वो ढूंढती रह गयी, एक हाथ जो साथ दे। क्यों पराया कर दिया, उस ज़माने ने पल में ? जहाँ देख लिया था एक जीवन उसने बीते कल में.... #yqbaba #YQdidi #YQPoetry #सवाल #आखिर_क्यों ?? only_girls समाज_आईना, साथी one_companion TO_BE_CONTINUED.......