यहाँ भागमभाग भरी सभी की जिंदगी हो गई है, बिलखता बचपन बिलख बिलख कर रो रहा है। कद्र नहीं रह गई है एक दूजे की भावनाओं की, हर कोई एक दूजे से आगे बढ़ना चाह रहा है। भूलते जा रहें है अपनी जिम्मेदारियांँ और फर्ज, बच्चों का बचपन दो पाटों के बीच में पीस रहा है। लगें है सभी केवल अपना अपना भविष्य बनाने में, बच्चों का बचपन माँ-बाप की ख्वाहिशों में खो रहा है। Open for Collab 🔓 विषय👉 (बिखरता बचपन..) पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें😊 🌸Collab करने से पहले कृपया पिन पोस्ट अवश्य पढ लें😊 🌸रचना न्यूनतम 8 पंक्तियों में अवश्य होनी चाहिए।