ख़ामोश है जमाना चारो ओर मोबाइल का शोर है मत भूलो की आज मोबाइल का दौर है बच्चे से लेकर बूढ़े लोगो के हाथों में है मोबाइल रोता है जब बच्चा तो माँ हाथ मे थमा देती है मोबाइल भूल जाती की कितना नुकसान देह है मोबाइल आँखे खराब हो रही देखो बच्चों की मेरे भाई फायदे की जगह इसमें नुकसान भी बहुत है भूल गए सब बाहर खेलना कूदना घर से कोई निकलता नही बच्चा बाहर लगे हैं फ़ोन में गेम खेलना कभी फीफा तो कभी पब जी छीन लिया इस फ़ोन ने बच्चों का बच्चपना उम्र से पहले बड़े हो गए बच्चे देखो रे भाई कभी मिलजुलकर सभी परिवार इकठ्ठा बैठते थे आज हर एक ने मोबाइल में है अपनी दुनिया बसाई हँसना खेलना सब भूल गए हैं सबने मोबाइल से है प्रीत लगाई वास्तविक दुनियाँ में लोगो से रिश्ते निभते नही वर्चुअल संसार मे रिश्तों की बाढ़ है आई जो करीब है थोड़ा वक़्त निकाल कर उन्हें गले से लगा लो जो रूठे है अपने उन्हें फिर से मना लो सारा दिन ना बंधे रहो इस मोबाइल से इस से निकलकर बाहर अपनी दुनियाँ बसा लो ©Dr Manju Juneja लत किसी भी चीज की हो बुरी होती है।गाना याद आ गया हमे मुझे तो तेरी लत गई लग गई जमाना कहे लत ये गलत लग गई #लत #ख़ामोश #मोबाइल #नुकसान #फायदा #दुनिया #हँसना #poetry #dilkibaat #addiction