वल्लाह! क्या दिलनशीं खूबसूरत नज़ारे थकन ओढ़े ढल रहा शम्स, समंदर किनारे । अब तक गुज़ारे, अब ना बीते दिन यादों के सहारे बहुत हुआ अब आ जाओ, एक शाम साथ गुज़ारे। _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "शम्स" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: