कुछ खास ख्वाहिशें नही है मेरी, ये दौलत सोहरत के रूतबे, किसी और को दिखाना, तु, तेरा इश्क और तेरी लम्हों की जरूरत है हमें इन्हें बस मेरा ,मेरा और मेरा ही रहने देना। मेरा ,मेरा और मेरा