मेरा परिचय अगर कोई पूछे के मैं कौन हूँ.. मैं वही हूँ जो बस् दो अंजान व्यक्तियों की आपसी बात में फंस जाता है और उनकी नीजी बात सुने बिना भी , उनके "सही बात नहीं कह रहा भाईसाहब" वाले वाक्य पर गर्दन हिला देता है । मैं वही हूँ जो मंदिर में सर झुका के स्वर्ग तो माँग लेता है पर मंदिर के बाहर पड़ी दो कौडी की चप्पल चोरी होने का डर भी एक पल ना मन से निकाल पाता है । मैं वही हूँ जो सरकारी संस्थाओं की व्यवस्थाओं के दर पे जूते चप्पल घिस कर उनके खटारा तंत्र की ढेरों कमियाँ निकालता है फिर घर आके उसी सरकारी तंत्र में आरामदायक नौकरी के सपने देखता है । मैं कोई अलग नहीं, मैं वही हूँ जो सब है,, #myidentity #identity #introduction #hindi #yqdidi