बुझने का मन करता है अब अपना पात्र ही समझ नहीं आता हर कोई अलग अलग व्यवहार चाहता है और वो भी हर मूड के अनुसार चाहता है। ।। ©अरविन्द (Scolgy....) #Lifelight gaTTubaba