कुछ कशमकश सी है जिंदगी में, पता नहीं अब कौन सी करवट लेने वाली है। जलती है चिंगारी कभी बुझती है, पता नहीं अब कौन सी आग लगने वाली है। चलता जा रहा हूं अनजान राहों पर, पता नहीं अब कौन सा मोड लेने वाली हैं। अभी तो छाये है रात्रि के काले बादल, पता नहीं कब सवेरा लाने वाली है। कुछ कशमकश सी है जिंदगी में, पता नहीं अब कौन सी करवट लेने वाली है। ©Vishal Garg Visarg जिंदगी #Trees #Life #Life_experience #Jindagi #ayejindagimilungajarur #ayejindagi #hindi_poetry #nojohindi #Nojoto