कभी भी दो व्यक्ति और दो परिस्थितियां एक जैसी नहीं होती। इसलिए जिस हाल में हो जैसे हो प्रसन्न रहे , कहीं ऐसा न हो कल की सोचते सोचते आज को ही खो दें और फिर कल इस आज को याद करें। hamesha khus rahe#