एक तरफ ये कातिल सर्दी .... और तेरी यादों की धुंध .... तेरी यादें ढा रही हैं कुछ यूँ सितम .. जैसे शीतलहर में मानो ओस की बूँद .... ....हमें तो बेहाल सा कर दिया है इन इश्क़ के मौसमों ने ..... एक बार तो अपनी नजरो से इशारा कर दो .. वो मोहब्बती खुशनुमा मौसम दोबारा कर दो .... वो मोहब्बती खुशनुमा मौसम दोबारा कर दो ... superb lines by my friend... little bit modifications #Nojoto #Nojotohindi #Kalakaksh