खबर मेरे मरने की जब सुनोगे तुम, फिर बीते हुए कल से यादें चुनोगे तुम, ना मैं रहूंगा, न मेरी हस्ती, ना रो सकोगे, ना सो सकोगे, न ये- दर्द- दिल किसी से कह सकोगे, रह जाओगे सुकड़ कर जब माहोल-ऐ- सर्द मैं, फिर बीती हुए लम्हों की यादों से जर्सी बुनोगे तुम, खबर मेरे मरने की जब सुनोगे तुम।। - मनीष शर्मा ©MaNish kumar #दर्द #महोब्बत#हसीना #दिल #जाना #सर्दी #गम #drowning