'मैं शहजादी नाजुक सी, 'तुम हो मेहनतकश राजकुमार,, "मैं नाजो नखरो में पली" 'तुम ने निभाई जिम्मेदारी, 'अपनी इच्छाओं की भेंट चढ़ाई,, 'तुमको ना भाय मेरे नख़रे,, 'तुम पहाड़ की तरह कठोर, "मैं प्रेम मयी मुस्कान" 'फिर भी मैं खींची हूं तुम्हारी ओर,, 'तुम्हारी सच्चाई सादगी, ''परवरदिगार की बंदगी,, "तुम्हें सच्चा इंसान बनाती" 'तुम्हारी गुणों को" 'और निखारती,,,,, 'मैं शहजादी नाजुक सी, 'तुम हो मेहनतकश राजकुमार,, "मैं नाजो नखरो में पली" 'तुम ने निभाई जिम्मेदारी, 'अपनी इच्छाओं की भेंट चढ़ाई,, 'तुमको ना भाय मेरे नख़रे,, 'तुम पहाड़ की तरह कठोर, "मैं प्रेम मयी मुस्कान"