अबकी दिवाली * है बुझने को जिस्मे दिया यहां, वो अब खुद को रौशन कर रही होगी, तस्वीरे-कैद को अब वो खूब मचल रही होगी, सूरज से सजदे का हुनर तो उसको आता नही, चन्द' तारों की बातों में अब वो खूब फिसल रही होगी ©JP lenders and company सूरज से सजदे का हुनर । #SunSet