पर गिरना ही था एक दिन नसीब में। ठोकरों ने मजबूत बनाया, और फिर हम सँभलना ठीक से गये।। संभल कर चले थे... #संभलकरचलेथे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi