कच्चे धागों से बंधे रिश्ते हैं इन्हें संभालना आसान नहीं ज़रा सी ढील मिली कि पड़ जाती इनमें गांठ वहीं खींच लिया जो थोड़ा तो चाह कर भी जुड़ते नहीं समझ नहीं आता बिना टूटे कैसे निभाएं ।।©रिमझिम Rishtey #nojotohindi#hindi#shayari#poetry#dard#dosti#rishtey