मिलने को आ कर मुझसे वो अक्सर वापस लौट जाया करता है इसी तरह से प्यार को अपने वो दिल में छुपाया करता है जानती हूं उसे एक अरसे से पर कभी उससे बात ना हुई भीगे कभी हम भी इश्क के परिंदों से ऐसी वो बरसात ना हुई पर करने को दीदार मेरा वो मेरी गलियों के चक्कर लगाया करता है इसी तरह से प्यार को अपने वो दिल में छुपाया करता है आते जाते रास्तों पर मेरा इंतजार किया करता है कुछ पूछे जो सहेलियां मेरी इशारों से तो हिला के गर्दन इनकार किया करता है और जो देखे मुझे दोस्त उसके निगाहों से तो घूर कर उन्हें मुझ पर वो अपना हक जताया करता है इसी तरह से प्यार को अपने वो मेरे सिवा औरों को जताया करता है अक्सर देखा करती हूँ उसे सामने आने से पहले मेरे वो गाड़ियों के शीशों में देख खुद को सजाया करता है बेताब रहता है करने को इजहार ए इश्क अपना पर अल्फाज ना मिलने पर वो अपने सिर को खुजाया करता है कभी कर हौसला आ जाए जो सामने तो देख के चेहरा मेरा फिर जाने क्यों दिन में ही तारों को गिरने का बहाना बनाया करता है ऐसी अजीब अजीब हरकतों में भी अपने इश्क को छुपाया करता है ©Richa #nojoto #pyaar#shayari#love#dil #nojoto#hindi #love #sad #shayari #quotes #poetry #india #urdu #follow #lovequotes #like #hindishayari #sadshayari #shayar #urdupoetry #shayarilover #loveshayari #urdushayari #shayri #hindipoetry #ishq #hindiquotes #shayaris #writer