कितना सुन्दर संसार बना। ईक सुरज, तो ईक चाँद बना। रौशन जग को कर देता है। अँधीयारा दुर भगाता है जल शीतल है, छाया ठंडी। धरती पे धरते रूप अनेक। कोई रावण (राक्षस)है। कोई राम बना ।।🙏 कितना सुन्दर...............! बन गया चाँद