खो जाऊँ तुझमे इस तरह की तेरी रूह बन तुझमे ही समा जाऊँ ... मुस्काऊँ भी तुझमे इस कदर की हँसी बन तेरे होटों पर ही रह जाऊँ ... सवेरे सी जागू तुझमे फिर शाम बन तुझमे ही ढ़ल जाऊँ .... रात सी महकू तुझमे फिर तुझमे ही सौ जाऊँ ... #love #kalakaksh #nojoto #nojotohindi #hindipoetry