एक माँ ऐसी भी होती है घुंगरू की जंजीर में बंधी होती है ज़माने की जेल में उसे तबायफ रहने के सजा मिली होती है ! दिल उसका खून के आंसु रोता है आँखे सहरा जैसे सूख गयी होती है अपने बच्चे को स्कूल भेजकर नए नए सपने संजो रही होती है ! एक माँ …….. समाज के ठेकेदारों ने ऐसा कर दिया एक बेबुस को वैश्या कर दिया अपने बच्चे को ख़ुशीया देने वास्ते हर जुल्मो – सितम सह रही होती है! तू कल जब बड़ा हो जायेगा अपनी मंजिल अपना मुकाम पायेगा तू कही उस माँ को छोड़ न दे इस डर से मेरी कलम आगे लिख पति है ! एक माँ ……. ©PARBHASH KMUAR #couplefight एक माँ ऐसी भी होती है घुंगरू की जंजीर में बंधी होती है ज़माने की जेल में उसे तबायफ रहने के सजा मिली होती है ! दिल उसका खून के आंसु रोता है आँखे सहरा जैसे सूख गयी होती है अपने बच्चे को स्कूल भेजकर नए नए