खुद में तन्हा तन्हा हम भटक रहे, जो जान लें स्वयं को तो, क्योँ दूसरे को तरसें, हैं पूर्ण,अनंत अविनाशी के अंश, क्योँ सहें अकेलेपन का दंश। जब जान लें परम 'नेह' का आधार, तो सब अपने जानकर करें प्रेम सत्कार। किसके साथ से हैं महरूम ख़ुद में तन्हा तन्हा हम। #तन्हातन्हा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami