उसे पसंद है अपने, शहर की चकाचौंध........ मुझको गांव की, गलियाँ भाती हैं............ उसे पसंद है अपने, दोस्तों की पूरी टोली....... मुझे दो-तीन लड़कों की, दोस्ती पसंद आती है...... उसे पसंद हैं मोमोज़, चाउमीन और नूडल्स...... मुझे सरसो-साग और, मक्के की रोटी सुहाती है... उसे पसंद है देर रात, तक जागते रहना............ मुझे हर रोज़ मेरी, ज़िम्मेदारियां जगाती हैं..... वो बड़े शहर की, तेज़-तर्रार लड़की............ और मुझे चलाकियां, ज़रा भी नहीं भाती हैं........ वो मसरूफ रहती है, बेकार की बातों में अक्सर.... और कमबख़्त मुझे ऐसी, बातें ही नहीं करनी आती हैं... ©Poet Maddy उसे पसंद है अपने, शहर की चकाचौंध........ #Town#Village#Streets#FriendCircle#Friendship#Night#Responsibility#Busy........