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नाऽसत्यवादिन: सख्यं न पुण्यं न यशो भुवि द्रष्यते न

नाऽसत्यवादिन: सख्यं न पुण्यं न यशो भुवि द्रष्यते नाSपि कल्याणं काल कूटमिवाऽश्नते।अर्थ:

आदतन झूठ बोलने वालों से मित्रता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे पुण्य और यश नहीं मिलता। ऐसे व्यक्तियों से आकस्मिक संपर्क भी 'कालकूट' विष (बहुत खतरनाक सांप का जहर) के समान बहुत खतरनाक माना जाता है।

©Raj
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Raj

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