मैं जब भी ज़िंदगी की लहराें से डगमगाता था । कीनारे पर से कोई मुझको हाथ दिखाता था ।। ©Hasan_Sheikh मैं जब भी ज़िंदगी की लहराें से डगमगाता था । कीनारे पर से कोई मुझको हाथ दिखाता था ।। #Hassan #AkelaMann