तेरी अन्तिम विदाई पे बच्चा बच्चा रोया था एहसास था पुरे शहर को उन्होने क्या खोया था सन्नंटा सा है पसरा अब इस शहर की राहो मे हो सके तो लौट आना फिर से दशपुर की बाहो मे शत् शत् नमन् दादा. मन्दसौर के दादा को नमन श्रदांजलि