Mirza Ghalib quotes आज भी वैसे ही क़त्ल करती है लफ्ज़ों से अपने हाथ थामा था जिस क़लम ने ग़ालिब का नज़्ब आज भी चल रही है उसकी रुक भी कैसे सकती वो जो ग़ालिब शायर था आज भी अपनी क़लम की रूह में ज़िंदा हैं... #NojotoQuote Mirza Ghalib #Birthday #NojotoShayari #मिर्ज़ाग़ालिब #सालगिरहमुबारक #शायरकीक़लम #Nojotohindi #ग़ालिब