#DelhiRiots2020 कुछ लोग थे जो शहर में ...बेमौत ही मारे गए ! कुछ हिन्दू थे कुछ मुसलमान ..पर इंसान मारे गए ! क्यूँ शोर है तेरे मन में अब ....उस वक्त क्यूँ तू चुप रहा !. जब बात आई फर्ज की ..क्यूँ घूंघट में है तू छुप रहा ! क्यों दूर है अब राष्ट्रवाद..क्यों दूर वो नारे गए ? कुछ लोग थे जो शहर में ..बेमौत ही मारे गए ! अब निकलेंगे बिलों से अपने ....धर्म को फिर बांटने ! कुछ देश को हाँ खा रहे ...आयेंगे गलतियों को छांटने ! क्यों मौन हो सब ये बताओ ...कहाँ अब वो हत्यारे गए ?. कुछ लोग थे जो शहर में ..बेमौत ही मारे गए !. रोते-बिलखते बच्चे उनके ...माँ बाप ज़िनके सो गए ! क्या बातों ही खेल था सब ....क्यों नेता सब चुप हो गए ! निर्दोश थे बाकई में वो ..जो मौत के घाट उतारे गए !. कुछ लोग थे जो शहर में ...बेमौत ही मारे गये !!!! कुछ हिन्दू थे कुछ मुसलमान ..पर इंसान मारे गए !!!! -वेद भारद्वाज #Kuchh_Log_The#DelhiRiots2020 #Share&#Follow If You like my #Thoughts