सोने का नाटक करता है बुलाओ तो मूंह बनाता है बहुत नटखटी डाॅलर मेरा बिस्किट दिखाओ तो दौडा़ चला आता है चिकन,मटन,गाजर,मूली सबकुछ बडे़ चाव से वो खाता है चढ़ता है बेड पर तो डांट माॅम की वो खाता है दर पर आहट सुनते ही सबसे पहले दौड़कर जाता है पानी के नाम से ही डरकर भाग जाता है बडी़ मुश्किलों से बेबसी में नहाता है नाम उसका रखा है मैंने डाॅलर गले में पडा़ है उसकी मेरी शर्ट का काॅलर परेशान करता हूं उसे तो जोरों से गुर्राता है करके गलती मार खाने के डर से बेट के नीचे छिप जाता है दिखाता हूं डंडा तो भौंक कर भोकाल वो बनाता है डाॅलर