मै जीता हूं तुमको इन कविताओं में इन कहानियों में, तुम हर रोज उलझती हो मुझमें शब्द बनकर, मै हर रोज पिरो लेता हूं तुमको गजल बनकर, फिर गुनगुनाता हूं मैं मुस्कुराता हूं एक संगीत सा बनकर , तुम रोज उलझती हो मुझमें शब्द बनकर... ©Shyam Gaur #शब्द #मुझमें_शब्द_बनकर #गजल #shyamgaur #Life #Love #Nojoto