चंद लमहों में जो गुजरे वो जिंदगानी नही । जिस में तेरा जिक्र न हो वो कहानी नही। कितना हसीन चेहरा ,कितनी सुरमयी आँखे तेरी। फिर भी उल्फत में न डूबे तो काम की जवानी नही।। यु तो बाजी इश्क़ में हर कोई लगाता है। मुक्कदर से मिले तू ,तो चाईए ऐसी् महरवानी नही।। यु तो मौत से भी लड़कर छीन लाऊँगा ।