एक सहारा मिला था... एक सहारा मिला था, जीवन में आगे बढ़ने के लिए आज वो भी छूटा सा नजर आ रहा हैं.... जो बनाया था कभी सपनों का महल, आज वो भी टूटा नजर आ रहा हैं.... जीवन की नदी पार करने का कोई किनारा नहीं दिखाई पड़ता, बस चारों ओर समंदर नजर आ रहा हैं... उलझ गया हैं पंक्षियों का आशियाना, हर तरफ बस बंजर ही नजर आ रहा हैं... जिंदगी तो तेरे साथ थी मेरे यार, अब तो मौत ही हमसफर नजर आ रहा हैं... 😢really Sorry Radhu😢 ©myself_arun24 एक सहारा मिला था... एक सहारा मिला था, जीवन में आगे बढ़ने के लिए आज वो भी छूटा सा नजर आ रहा हैं.... जो बनाया था कभी सपनों का महल, आज वो भी टूटा नजर आ रहा हैं.... जीवन की नदी पार करने का कोई किनारा नहीं दिखाई पड़ता, बस चारों ओर समंदर नजर आ रहा हैं...