"क्रोध मूर्खता से प्रारम्भ होता है और पश्चात्ताप में समाप्त हो जाता है, और पश्चात्ताप वह नदी है जिसमें बाढ़ अन्याय की बरसात के बाद आती है ©Santosh Pathak #क्रोध #मूर्खता #अन्याय