तलब कहूंँ कि ख़्वाहिश कहूंँ, दोनों ही है मुझे तेरी, बस तेरे जिस्म को छोड़कर। #शब्द_तलब 2पंक्तियों में अपनी रचना लिखें Time period : 24 hours Plz don't remove our hashtag