दिल की बात हो..तो दिमाग से नही सोचता और दिल से मुझे बस प्रेम करना आता है और मैं वही करूंगा.. और अब ये आप पर निर्भर करता है... की आप किसे चुनती है... स्वार्थ से भरे दिमाग को या निस्वार्थ प्रेम भाव हृदय को अर्थात दिल को 🔥 ©Rudraa. #चयन निस्वार्थ प्रेम का...