दूआ हे खूदा से मूलाकात होती रहै हम तो खूश हो ही जाएंगे आपसे मिल के फीर आप हम से मिल के चाहे रोती रहै गीला नही हे हमे महोबत नही हे आपको हमारे लिये तो ईतना ही काफी है लबो पे आपके कूछ पल ही सही हमारा नाम रहै।। मूलाकात