ना कर तमन्ना ये दिल तू किसीको पाने की बड़ी बेदर्द निगाहेँ है इस ज़माने की खुद ही को बनाले इतना बुलंद की लोग तमन्ना रखे सिर्फ तुझे ही पाने की #ललित#