कलयुगी इस दुनियां में आज भी प्रेम की भावना है। कही राजा हैं तो कहीं फ़कीर हैं,प्रेम से जो रहे वहीं सज्जन पुरुष है।क्योंकि आज भी यहाँ मानवता की कुछ हलचल हैं। सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है । आज का शीर्षक है : #कुछ_हलचल_है