White बेहिचक,बेलाग, कितनी सफाई से, झूठ बोल जाता है दिल की सच्चाई से। भाता है वो मुझको, सूरत ही ऐसी है, भाता भी क्या है,दिल की गहराई से। झूठा तो कह सकता न, चल झूठे, चल साथ पड़ने को तैयार,वो भी ढिठाई से। मासूमियत उसकी गुनाहगार करती मुझको, रह जाते हैं अरमां दिल में मेरे सौदाई -से। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #झूठ बोले सफाई से। शेरो शायरी दोस्ती शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी शायरी वीडियो udass Afzal khan