जिन्दगी से शुरू होती है, मौत पर खत्म ही होगी,
जिस स्टेशन पर रुके , एक नया सा रंग लिए होगी,
अनगिनत मुसाफिर होते हैं, इस सफर में साथी,
क्या इस सफर की कोई, मुकम्मल मंज़िल होगी।
चलते चले जाते हैं हम , गुज़रते वक्त के इस साये में,
बिछड़ते चले जाते हैं, साथी जो कभी हमारे साथ थे,
जिनके लिए इस दिल में, कुछ प्यारे से जज़्बात थे, #Poetry#kavishala#nojotohindi#AnjulaSinghBhadauria#hindinama#RipAtalBihariVajpayee#जीवन_यात्रा