जल रही लौ है यह, जलती रहेगी सदा। तिमिर पथ में मेरे, छाई है रौशनी सदा। हर दफ़ा तेरी सदा मेरा है साया बनी, हर स्वास में तु है मेरी सांस सदा। मेरा तन, मेरा मन, मेरा जीवन, तुझको अर्पण हे प्राणप्रिय! तू संगम मेरे जीवन की। तू डाली मेरे मधुवन की।