#paki #nojotohindi छोड़ी मिथिला, चले हैं सिय-पिय, देख छवि मन भाविनी। सिय शीश चूनर लाल पिय रंगी, पिय के भावे पिताम्बरी। सखी सिय की बिंदिया, तिलक पिय की, लागे हृदय विहारीणि।