4) आज तुमने बताया तो शब-ए-दर्द गुजरी मेरी। बे-असर जिंदगीभर कोनों में चिल्लाता रहा मैं।। #NojotoQuote 1) अब तलक तो अपने जख्मो को सहलाता रहा मैं। सूखी नदी हूँ आज, बरसों समंदर को पिलाता रहा मैं।। 2) होता नहीं नशा आजकल शराब-ओ-शबाब का मुझे। माह-ओ-साल इन्हें अपनी नदामत में मिलाता रहा मैं।।