पन्नों पर मैं अपनी हक़ीक़त लिखता हूं सच बताऊं क्या तुम्हें मैं.?अपने दिल की तनहाई लिखता हूं जो करना पाऊ किसी से बयां ऐसी चार अल्फ़ाज़ लिखता हूं बेचैन, थोड़ा बेताब रहता हूं अंदर ही अंदर परेशान रहता हूं भरते नहीं फिर भी यह जो नैन बेचारे इनकी एक वजह 'वह' ही तो लिखता हूं गुमशुदा खुद में, तन्हाई से पनहा चाहता हूं, इसलिए कलम दोहरा कर फिर पन्नों पर 'लब्बीं' उड़ान के लिए खुद की एक नई दास्तान लिखता हूं ©R...Khan #हकी़क़त#लिखता#हूं #WritingForYou Saurav Das deepshi bhadauria shayar vinay prajapati