किसको है फ़िक्र यहाँ किसी की, तू दुनिया की चिंता छोड़..! अपने शर्तों पे जी ले ज़िंदगी, ना कर किसी होड़..! अपनी राह ख़ुद तलाश, ज़िंदगी को दे नया मोड़...! नाप दे तू आसमान को, कदमों के निशान जमीं पर छोड़..! सुप्रभात। दुनिया की चिंता करना व्यर्थ है। व्यर्थ में समय गंवाना में कैसी समझदारी। #चिंताछोड़ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi