हम अंजाम हैं करके आगाज चले जाओगे छोड़कर के सारे सुर साज चले जाओगे इन सच्चाई के आईनो से मिलो नर्म लहजे में वरना महफ़िल से होकर नाराज चले जाओगे कुंवर हम अंजाम हैं करके आगाज चले जाओगे छोड़कर के सारे सुर साज चले जाओगे इन सच्चाई के आईनो से मिलो नर्म लहजे में वरना महफ़िल से होकर नाराज चले जाओगे कुंवर