तू मामूली नहीं तू खास बन! माना की थोड़ा उलझा है... तू बीता हुआ कोई कल नहीं, तू बहतर सा एक आज बन।। तू मामूली नहीं तू खास बन! जीत और हार तो किस्से हैं जीवन के, तू लड़खड़ाए से कदम नहीं, तू ताकत का अहसास बन, तू मामूली नहीं तू खास बन! तू आसमानों की ख्वाहिश रख, तू हौसलों की उड़ान भर! तू नादां सा परिंदा नहीं, तू अब नीयत से बाज़ बन।। तू मामूली नहीं तू खास बन! तू मजबूरियों को मात दे! तू फौलादी सा जिगर रख! जो आसानी से बुझ ना सके। तू ऐसी एक आग बन।। तू मामूली नहीं तू खास बन! चुप्पी का ताला तोड़ दे! घुटन को तू अब छोड़ दे। जो शोर मचा दे दुनिया में। तू ऐसी एक आवाज बन।। तू मामूली नहीं तू खास बन!❤️ PRATEEKSHA🌟 @nojotoapp #notojoquotes #notojopoems #notojopoetry