#OpenPoetry अब हर एक लम्हे मे तेरी यादे सीमटके रेह गई मोहब्बत के सायो मे मै हर एक जख्म निगल गई आँसूओ की खारी बूंद तकीये पे गीरती रही कंबल ओढे अपने गमो को मै थोडा थोडा पीती गई मोहब्बत की सायो मे मै हर एक जखम निगल गई तस्वीर तेरी सीने से लगा के चेहरा मै यहा वहा ढूंढती रही ना मीली तू मूझे मै दोबारा टूट गई 2 छूअन तेरी मै हर दफा मेहसूस करती गई यादो को ही छाव बनाकर मै हर एक जखम निगल गई ... MRk love #OpenPoetry#jkhm#chot #yad#vasta#chaht#spna# #risha#