दूर था बहुत फिर भी ना जाने क्यू अखियों में छाया रहा मुलाकातों में बसाना चाहते थे हम पर वो घर अखियों में बना गया अपना जिसे मान बैठे थे हम खुलते ही आंखो से रुखसत वो हो गया आंख मिलाकर भी ना गया ©Shalu Satsangi #khoj #ekpyarkanagmahai #nojato #RaatbharekChandkasayaraha